महानगर के सà¥à¤•à¥‚लों में लॉकडाउन के दौरान अनावशà¥à¤¯à¤• फीस वसूले जाने को लेकर अà¤à¤¿à¤à¤¾à¤µà¤•à¥‹à¤‚ में काफी असंतोष देखा जा रहा है। लगà¤à¤— पà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¥‡à¤• दिन ही किसी ना किसी पà¥à¤°à¤¸à¤¿à¤¦à¥à¤§ सà¥à¤•à¥‚ल के सामने पेरेंटà¥à¤¸ फोरम की तरफ से अà¤à¤¿à¤à¤¾à¤µà¤• विरोध-पà¥à¤°à¤¦à¤°à¥à¤¶à¤¨ कर रहे हैं। अब à¤à¤• साथ करीब 85 निजी सà¥à¤•à¥‚लों के अà¤à¤¿à¤à¤¾à¤µà¤•à¥‹à¤‚ ने फीस-वृदà¥à¤§à¥€ के विरोध में विरोध जताने का निरà¥à¤£à¤¯ लिया है। अà¤à¤¿à¤à¤¾à¤µà¤•à¥‹à¤‚ के संयà¥à¤•à¥à¤¤ मंच की तरफ से 11 जून को धरà¥à¤®à¤¤à¤²à¥à¤²à¤¾ में समà¥à¤®à¥‡à¤²à¤¨ और विरोध-पà¥à¤°à¤¦à¤°à¥à¤¶à¤¨ करने का फैसला किया गया है। अà¤à¤¿à¤à¤¾à¤µà¤•à¥‹à¤‚ की मांग है कि सà¥à¤•à¥‚लों को अवांछनिय फीस को माफ करके केवल टà¥à¤¯à¥‚शन फीस लेना होगा। इस संयà¥à¤•à¥à¤¤ मंच के कंवेनर सà¥à¤ªà¥à¤°à¤¿à¤¯ à¤à¤Ÿà¥à¤Ÿà¤¾à¤šà¤¾à¤°à¥à¤¯ ने बताया कि देशà¤à¤° में मारà¥à¤š से लॉकडाउन चल रहा है। इस दौरान सà¥à¤•à¥‚लों को à¤à¥€ बंद कर दिया गया है।
वरà¥à¤¤à¤®à¤¾à¤¨ समय में देश आरà¥à¤¥à¤¿à¤• संकट के दौर से गà¥à¤œà¤° रहा है। देशà¤à¤° में हमारे जैसे हजारों अà¤à¤¿à¤à¤¾à¤µà¤• आरà¥à¤¥à¤¿à¤• समसà¥à¤¯à¤¾à¤“ं से जà¥à¤ रहे हैं। à¤à¤¸à¥€ परिसà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ में कोलकाता समेत राजà¥à¤¯ à¤à¤° के 85 निजी सà¥à¤•à¥‚लों के अà¤à¤¿à¤à¤¾à¤µà¤•à¥‹à¤‚ के संयà¥à¤•à¥à¤¤ मंच ‘यूनाईटेड गारà¥à¤œà¤¿à¤¯à¤¨ à¤à¤¸à¥‹à¤¸à¤¿à¤à¤¶à¤¨’ की तरफ से हम मà¥à¤–à¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ ममता बनरà¥à¤œà¥€ से अनà¥à¤°à¥‹à¤§ करते हैं कि सिरà¥à¤« सà¥à¤•à¥‚ल फीस में वृदà¥à¤§à¥€ ही नहीं कर रहे हैं। बलà¥à¤•à¤¿ इस समय में ही रि-à¤à¤¡à¤®à¤¿à¤¶à¤¨ के बहाने कई सà¥à¤•à¥‚ल बस फेयर, लैब फीस, डेवलपमेंट फीस, इलेकà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤• फीस जैसे लाखों रà¥à¤ªà¤¯à¥‡ वसूल रहे हैं। इस समय इन फीसों का औचितà¥à¤¯ ही नहीं बनता है कà¥à¤›, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि सà¥à¤•à¥‚ल बंद हैं। सà¥à¤•à¥‚ल कब खà¥à¤²à¥‡à¤‚गे, सà¥à¤•à¥‚ल इस वरà¥à¤· खà¥à¤²à¥‡à¤‚गे à¤à¥€ या नहीं, इस बारे में किसी को कोई जानकारी नहीं है। हम अनà¥à¤°à¥‹à¤§ करते हैं कि सà¥à¤•à¥‚ल अनावशà¥à¤¯à¤• फीस को माफ कर दें।
लॉकडाउन के दौरान अà¤à¤¿à¤à¤¾à¤µà¤•à¥‹à¤‚ से केवल टà¥à¤¯à¥‚शन फीस लिया जाà¤à¥¤ इस बीच अपनी मांगों के समरà¥à¤¥à¤¨ में अà¤à¤¿à¤à¤¾à¤µà¤•à¥‹à¤‚ ने ऑनलाइन हसà¥à¤¤à¤¾à¤•à¥à¤·à¤° कैंपेन à¤à¥€ चलाया है, जहां हजारों अà¤à¤¿à¤à¤¾à¤µà¤•à¥‹à¤‚ ने हसà¥à¤¤à¤¾à¤•à¥à¤·à¤° à¤à¥€ किया और इसे बाद में मà¥à¤–à¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ ममता बनरà¥à¤œà¥€ के पास à¤à¥€ à¤à¥‡à¤œà¤¾ गया था। किनà¥à¤¤à¥ कोई जवाब नहीं मिला। इसलिठहम मà¥à¤–à¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ के साथ बैठक कर इस समसà¥à¤¯à¤¾ का समाधान करना चाहते हैं। संयà¥à¤•à¥à¤¤ मंच के कंवेनर सà¥à¤ªà¥à¤°à¤¿à¤¯ à¤à¤Ÿà¥à¤Ÿà¤¾à¤šà¤¾à¤°à¥à¤¯ ने बताया कि इसलिठहमने अपने आंदोलन को और जोरदार करने का निरà¥à¤£à¤¯ लिया है। यदि हमारी मांगों को सà¥à¤µà¥€à¤•à¤¾à¤° नहीं किया जाता है या सरकार का कोई पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¨à¤¿à¤§à¤¿ हमारे साथ बैठक नहीं करता है तो हमारे पास 2 रासà¥à¤¤à¥‡ ही खà¥à¤²à¥‡ हैं। या तो हम अपने आंदोलन को और बड़ा बनाà¤à¤‚गे, या फिर कानूनी सहायता ली जाà¤à¤—ी। à¤à¤¸à¥€ सूरत में हम हाईकोरà¥à¤Ÿ का दरवाजा खटखटाà¤à¤‚गे और उनके विचार पूछेंगे। साथ ही हम मà¥à¤–à¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ ममता बनरà¥à¤œà¥€ से à¤à¥€ इस विषय को मानवियता के साथ विवेचना करने का अनà¥à¤°à¥‹à¤§ कर रहे हैं।